Saturday 5 January 2013

मेरे पति को नामर्द बना दो- पत्नी


मेरे पति को नामर्द बना दोः पत्नी


rape

पुष्पा नारायण
चेन्नै।।
दिल्ली गैंग रेप के बाद अपराधियों के सेक्शुअल प्रवृत्ति पर नियंत्रण रखने या उसे घटाने के लिए उन्हें केमिकली बधिया करने का विचार सामने आ रहा है। देश के कई हिस्सों में पिछले काफी समय से महिलाएं सेक्शोलॉजिस्ट के पास पहले भी इसी उम्मीद से जाती रही हैं कि उनके पति को बधिया किया जाए, जिससे उन्हें पति के खतरनाक सेक्शुअल व्यवहार से छुटकारा मिल सके। ताजा मामला चेन्नै का है। चेन्नै की एक हाउसवाइफ राधिका (बदला हुआ नाम) सेक्शोलॉजिस्ट डॉ. डी. नारायण रेड्डी के पास इसी उम्मीद से गईं कि उनके पति को कुछ ऐसी दवाएं दी जाएं, जिससे उनकी सेक्शुअल अभिलाषा (कामवासना) पर रोक लग सके, ताकि वह अपनी बेटियों का रेप करना बंद कर दें। हालांकि, राधिका के पति ने इलाज के लिए क्लिनिक जाने से इनकार कर दिया था। डॉ. रेड्डी मे कहा,' मैंने उस औरत से कहा कि उसके पति को इलाज की जरूरत हैं। वह इसके बाद भी एक-दो बार अपने पति के इलाज के बारे में पूछने के लिए मेरे क्लिनक पर आई, लेकिन अपने पति को क्लिनक तक नहीं ला सकी। फिर मैंने उससे कहा कि बिना मरीज की सहमति के मैं कुछ नहीं कर सकता।'

मुंबई के सेक्शोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश कोठारी कहते हैं कि शादी के बाद रेप जैसी स्थितियों का सामना करने के बाद उनके पास भी ऐसी कई महिलाएं आती हैं जो अपने पति की कामवासना पर नियंत्रण करना चाहती हैं। कोठारी कहते हैं,' पुरुष में कामवासना बढ़ने की वजह कोई पुरानी बीमारी हो सकती है। मेरे कुछ पुरुष मरीज जो पहले मिरगी या दिमाग के कैंसर से पीड़ित रह चुके थें, उनमें कामवासना बढ़ने की शिकायत मिली थी।'

ज्यादातर मामले में पुरुष इलाज में सहयोग नहीं करना चाहते क्योंकि उन्हें लगता हा कि इससे उनकी क्षमता प्रभावित होगी, लेकिन कुछ मामले ऐसे हैं जहां पुरुषों ने इलाज के लिए खुद ही पहल की है। दिल्ली के सेक्शोलॉजिस्ट अजीत सक्सेना बताते हैं कि उनके पास एक 31 साल का व्यक्ति आया जिसकी शादी के 5 साल हो चुके थे। वह चाहता था कि उसका इलाज हो ताकि वह अपनी पत्नी से दूर हो सके। डॉ. सक्सेना ने बताया,' उस आदमी के दिमाग में हमेशा सेक्स घूमता रहता था। वह ठीक से काम भी नहीं कर पाता था और न ही अपनी पत्नी को शांति से जीने देता था। मैंने उसी दवाइयां दीं और कॉउंसलिंग के बाद वह ठीक हो गया।'

1 comment:

  1. Mujhe bhi namard aur ladies banana hai par mai kisi ko keh nai sakta....mai jab ghar pe akela rehta hu tab mai ladies ke kapde pehenta hun aur gaand mein ungli daalne k baad hi hilata hu...i am a girl inside but boy outside..pl help me

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